Rishiamritbooti

|श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः || , | हिता हितं सुखं दुखम आयुस्तस्य हिता हितं। मानं च तच्च यात्रोक्तम आयुर्वेद सः उच्यते ||

RISHI AMRTI BOOTI SEWA SANSTHAN, BHARAT

गुरु जी डॉ. गोविंद, आयुर्वेदाचार्य

Guruji Dr. Govind, M.D.
Herbs Specialist & Spiritual Yoga Guru

जड़ी-बूटी विशेषज्ञ एवं आध्यात्मिक योग गुरु

यष्टिमधु: गले, पाचन और श्वसन तंत्र के लिए आयुर्वेदिक अमृत

यष्टिमधु

यष्टिमधु, जिसे “मुलेठी” (Glycyrrhiza glabra) के नाम से भी जाना जाता है, आयुर्वेद में एक अत्यधिक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली जड़ी-बूटी मानी जाती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से गले, श्वसन तंत्र, और पाचन तंत्र के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए किया जाता है। मीठे स्वाद वाली यह जड़ी-बूटी अपनी रोगनिवारक गुणों के कारण आयुर्वेद में एक विशेष स्थान रखती है।

यष्टिमधु के फायदे:

  1. गले की समस्याओं में राहत: यष्टिमधु गले की खराश, सूजन, और खांसी में राहत दिलाने में अत्यधिक लाभकारी है। यह गले को शांत करती है और गले की मांसपेशियों को आराम देती है।
  2. श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद: यष्टिमधु श्वसन तंत्र को मजबूत करती है और ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, और अन्य श्वसन संबंधी समस्याओं में राहत प्रदान करती है। यह बलगम को पतला करती है और श्वसन मार्ग को साफ करती है।
  3. पाचन में सुधार: यष्टिमधु पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह अपच, एसिडिटी, और गैस जैसी समस्याओं को दूर करती है और पाचन क्रिया को सुधारती है।
  4. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना: यष्टिमधु इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है और शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को रोगों से सुरक्षित रखते हैं।
  5. तनाव और थकान में राहत: यष्टिमधु तनाव और थकान को कम करने में सहायक है। यह तंत्रिका तंत्र को शांत करती है और मानसिक शांति प्रदान करती है।
  6. त्वचा के लिए लाभकारी: यष्टिमधु त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। यह त्वचा की सूजन, खुजली, और जलन को कम करने में मदद करती है और त्वचा को साफ और चमकदार बनाए रखती है।

उपयोग के तरीके:

  • यष्टिमधु का पाउडर: यष्टिमधु पाउडर को शहद, गुनगुने पानी, या दूध के साथ मिलाकर सेवन करें। यह गले और श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी होता है।
  • यष्टिमधु का काढ़ा: यष्टिमधु का काढ़ा बनाकर भी सेवन किया जा सकता है, जो श्वसन और पाचन स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक फायदेमंद होता है।
  • यष्टिमधु की गोली या कैप्सूल: यष्टिमधु गोली या कैप्सूल के रूप में भी उपलब्ध होती है, जिसे आप दैनिक खुराक के रूप में ले सकते हैं।

निष्कर्ष:

यष्टिमधु एक अद्भुत आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो गले, श्वसन, और पाचन स्वास्थ्य को सुधारने में अत्यधिक लाभकारी है। इसके नियमित सेवन से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और शरीर को विभिन्न रोगों से सुरक्षित रख सकते हैं।