Rishiamritbooti

|श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः || , | हिता हितं सुखं दुखम आयुस्तस्य हिता हितं। मानं च तच्च यात्रोक्तम आयुर्वेद सः उच्यते ||

RISHI AMRTI BOOTI SEWA SANSTHAN, BHARAT

गुरु जी डॉ. गोविंद, आयुर्वेदाचार्य

Guruji Dr. Govind, M.D.
Herbs Specialist & Spiritual Yoga Guru

जड़ी-बूटी विशेषज्ञ एवं आध्यात्मिक योग गुरु

पित्त दोष: शरीर का अग्नि तत्व

पित्त दोष

आयुर्वेद में पित्त दोष का संबंध शरीर की गर्मी और ऊर्जा से होता है। पित्त दोष शरीर के पाचन तंत्र, तापमान नियंत्रण, और चयापचय को नियंत्रित करता है। यह अग्नि तत्व से बना होता है और जब यह संतुलित रहता है, तो शरीर में गर्मी, ऊर्जा और पाचन सही तरीके से काम करते हैं। पित्त […]

कफ दोष: शरीर की स्थिरता और मजबूती

कफ दोष

कफ दोष आयुर्वेद का तीसरा प्रमुख दोष है, जो शरीर की स्थिरता, मजबूती और पोषण के लिए जिम्मेदार होता है। कफ दोष का संबंध पानी और पृथ्वी तत्वों से होता है, जो शरीर को स्थिर और स्थायित्व प्रदान करता है। यह शरीर के ऊतकों और तरल पदार्थों के निर्माण में सहायक होता है। कफ दोष […]