कालमेघ: लिवर और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आयुर्वेदिक संजीवनी


कालमेघ, जिसे “Andrographis paniculata” के नाम से भी जाना जाता है, आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। इसे “भूनिंब” और “ग्रीन चिरेटा” भी कहा जाता है। कालमेघ का उपयोग लिवर के स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा प्रणाली की मजबूती, और बुखार जैसी बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इसका स्वाद कड़वा होता है, लेकिन इसके औषधीय […]